Rajasthan Maa Yojana 2025: मां योजना के अंतर्गत अब राज्य के बाहर भी इलाज करा सकेंगे राजस्थान के लोग

Rajasthan Maa Yojana 2025

Rajasthan Maa Yojana 2025: राजस्थान की वित्त मंत्री दीया कुमारी ने राज्य के दूसरे पूर्ण बजट में स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में ऐतिहासिक घोषणाएं की हैं, जो आम जनता को बड़ी राहत देने वाली हैं। इनमें दूसरे राज्यों में मुफ्त इलाज, नए क्लीनिक, विस्तारित बीमा योजनाएं और नवीन अभियान शामिल हैं। आइए जानते हैं इन प्रमुख योजनाओं के बारे में:

🌐 मुख्यमंत्री आरोग्या माँ योजना का व्यापक विस्तार

  • बड़ी खबर: अब राजस्थान के निवासी दूसरे राज्यों के इमरजेंसी केसों में भी मुफ्त इलाज करवा सकेंगे।
  • विशाल बजट: इस निशुल्क उपचार सुविधा के लिए 3,500 करोड़ रुपये का विशेष ‘माँ फंड’ गठित किया गया है।
  • राहत: गंभीर बीमारियों के लिए दिल्ली, मुंबई जैसे शहरों में उच्चस्तरीय इलाज अब आर्थिक बोझ नहीं बनेगा।

🏥 स्वास्थ्य ढांचे का सशक्तिकरण

  • डायबिटीज क्लीनिक: राज्य के प्रत्येक जिला अस्पताल में डायबिटिक क्लीनिक स्थापित किए जाएंगे, जिससे मधुमेह रोगियों को विशेषज्ञ सेवा मिलेगी।
  • डिजिटल एक्स-रे: सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (PHCs) पर आधुनिक डिजिटल एक्स-रे मशीनें लगाई जाएंगी, जिससे त्वरित निदान हो सकेगा।

👴 वरिष्ठ नागरिकों और कारीगरों के लिए विशेष पैकेज

  • 70+ बीमा लाभ: 70 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों के लिए स्वास्थ्य बीमा योजना में नए और व्यापक पैकेज जोड़े जाएंगे। आयुष पैकेज भी शामिल होंगे।
  • कारीगर आँख योजना: राज्य के कारीगरों की मुफ्त आँखों की जांच की जाएगी और जरूरतमंदों को निःशुल्क चश्मे वितरित किए जाएंगे। इसके लिए 75 करोड़ रुपये की नई योजना शुरू होगी।

💪 फिट राजस्थान अभियान एवं आयुष नीति

  • फिटनेस मिशन: फिट इंडिया के अनुरूप ‘फिट राजस्थान’ अभियान शुरू किया जाएगा, जिस पर 50 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
  • आयुष्मान गांव: गांवों को ‘आयुष्मान आदर्श गांव’ घोषित कर प्रत्येक को 11 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी।
  • नई आयुष नीति: प्रदेश में एक प्रगतिशील आयुष नीति लागू की जाएगी, जिससे पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को बढ़ावा मिलेगा।

🛡️ मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना: 25 लाख तक का सुरक्षा कवच

  • विशाल कवरेज: इस योजना के तहत पंजीकृत परिवारों को 25 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा और 10 लाख रुपये तक का दुर्घटना बीमा कवर मिलता है।
  • निशुल्क उपचार: सरकारी और मान्यता प्राप्त निजी अस्पतालों में विशेषज्ञ डॉक्टरों की निशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हैं।
  • प्रीमियम मुक्त: एनएफएसए, एसईसीसी-2011, लघु/सीमांत किसान, संविदा कर्मी, कोविड अनुग्रह राशि प्राप्तकर्ता, निराश्रित परिवारों का प्रीमियम सरकार वहन करती है। इनका पंजीकरण स्वतः हो रहा है।
  • सामान्य परिवार: अन्य परिवार मात्र 850 रुपये वार्षिक प्रीमियम जमा कराकर योजना का लाभ ले सकते हैं।

📝 पंजीकरण कैसे कराएं?

योजना में पंजीकरण के लिए:

  1. अपने जन आधार कार्ड या जन आधार पंजीयन रसीद लेकर नजदीकी ई-मित्र केंद्र पर जाएँ।
  2. स्वयं की एसएसओ आईडी (SSO ID) के माध्यम से ऑनलाइन पंजीकरण करें।

निष्कर्ष: राजस्थान सरकार का यह बजट स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित हो सकता है। दूसरे राज्यों में मुफ्त इलाज, नए क्लीनिक, विशेष बीमा पैकेज और आयुष पर जोर देने से राज्य के निवासियों को सस्ती, सुलभ और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मिल पाएंगी। वित्त मंत्री दीया कुमारी के इन कदमों से राजस्थान देश में स्वास्थ्य सुधार की मिसाल बनने की ओर अग्रसर है।

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