मध्य प्रदेश की महिलाओं के लिए आज का दिन ऐतिहासिक रहा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जबलपुर के बरगी विधानसभा क्षेत्र स्थित बेलखेड़ा गांव से Mukhyamantri Ladli Behna Yojana की 25वीं किस्त जारी कर दी। इसके तहत प्रदेश की 1.27 करोड़ महिला लाभार्थियों के खाते में कुल 1555.44 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए, जिससे हर महिला को 1250 रुपये की आर्थिक सहायता मिली।
एक साथ कई योजनाओं का लाभ
आज के कार्यक्रम में सिर्फ लाडली बहना योजना ही नहीं, बल्कि अन्य सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का भी लाभ दिया गया:
- सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना: 56.68 लाख हितग्राहियों को 341 करोड़ रुपये का हस्तांतरण।
- मुख्यमंत्री संबल योजना: 6,821 श्रमिक परिवारों को 150 करोड़ रुपये की सहायता।
- सिलेंडर रिफिलिंग सब्सिडी: 27 लाख महिलाओं को 39.14 करोड़ रुपये का बोनस (प्रति सिलेंडर 450 रुपये की अतिरिक्त सब्सिडी)।
कार्यक्रम विलंब का कारण
मूलतः यह राशि 13 जून को ट्रांसफर की जानी थी, लेकिन अहमदाबाद में हुए विमान हादसे के कारण कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया था। आज जबलपुर में आयोजित विशेष समारोह में सीएम यादव ने न केवल योजनाओं का लाभ वितरित किया, बल्कि क्षेत्र के कई विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमि पूजन भी किया।
क्यों महत्वपूर्ण है यह किस्त?
- आत्मनिर्भर महिलाएँ, समृद्ध मध्यप्रदेश: यह योजना प्रदेश की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और उनकी स्वावलंबन यात्रा को गति देने में अहम भूमिका निभा रही है।
- सीधा लाभ हस्तांतरण: डीबीटी (प्रत्यक्ष लाभ अंतरण) के माध्यम से राशि सीधे लाभार्थियों के खाते में पहुँचाई जा रही है, जिससे भ्रष्टाचार का खतरा न्यूनतम है।
- बहुआयामी सहायता: महिलाओं को नकद सहायता के साथ ही गैस सिलेंडर सब्सिडी जैसी राहतें मिल रही हैं, जो उनकी दैनिक जरूरतों को पूरा करती हैं।
भविष्य की राह
“आत्मनिर्भर बहनों के साथ मध्यप्रदेश का विकास” के संकल्प को साकार करते हुए सरकार ने स्पष्ट किया है कि महिला कल्याण उनकी प्राथमिकता में शामिल है। कार्यक्रम में सीएम यादव ने कहा, “हमारी बहनें देश की रीढ़ हैं। उनके सशक्तिकरण के बिना प्रदेश का समावेशी विकास असंभव है।”
निष्कर्ष: मध्य प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही लाडली बहना योजना न केवल महिलाओं को आर्थिक सुरक्षा प्रदान कर रही है, बल्कि उन्हें समाज में गरिमामय स्थान दिलाने की दिशा में भी मील का पत्थर साबित हो रही है। आज की 25वीं किस्त के वितरण से प्रदेश की करोड़ों महिलाओं के चेहरे पर मुस्कान लौट आई है, जो सरकार के प्रयासों की सार्थकता को प्रमाणित करती है।